extinct animals |
विशालकाय और खूंखार जानवरों
का नाम आते ही हमारी कल्पना के मैदान में डायनासौर घूमने लगते हैं। इसके अलावा फिल्मों
उपन्यासों में हम ऐसे बहुत से जानवरों के बारे में देखते और पढ़ते हैं जो हमे रहस्य
और रोमांच से भर देते हैं पर आज हम डायनासौर या काल्पनिक प्राणियों की बात नही करेंगे।
आज हम बहुत ही अजीबोंगरीब, भीमकाय और भयानक प्राणियों की बात करेंगे जो कभी आतंक के
बादशाह हुआ करते थे और इनका किसी वक़्त इस पृथ्वी पर राज चलता था पर आज वो इस धरती पर मौजूद नहीं हैं, ये सभी जानवर विलुप्त 'extinct animals' हो चुके हैं और इन जानवरों कि विलुप्ति 'extinction of animals' का कारण भी प्रकृति ही थी और इनका विलुप्त हो जाना कहीं न कहीं मानव सभ्यता के विकास के लिए ज़रूरी और इनका था।
1. केप्ऱोसूचस। 'Kaprosuchus'
kaprosuchus |
हमारी इस एक्सटिंक्ट एनिमल्स 'extinct animals' की लिस्ट में सबसे पहला नाम हैं केपरोसुचस, आज हम शुक्र मानते हैं कि
मगरमच्छ में तेज़ भागने की क्षमता नहीं है और न ही वे तेज़ी से मुड़ सकते हैं। लेकिन इतिहास
के किसी पल में ऐसा नहीं था।
19 फ़ीट लम्बे और लगभग 600 किलोग्राम वज़नी केप्ऱोसूचस ऐसा
भीमकाय जानवर था जिसकी टांगें खूंखार मांसाहारी डायनासौर जैसी थी और जबड़ा आज के मगरमच्छ
से भी कई गुना ताकतवर था। टांगे बड़ी होने के कारण ये बहुत तेज़ी से भाग सकता था और जबड़े
बड़े और शक्तिशाली होने की वजह से किसी भी जानवर को आसानी से चीर भाड़ सकता था।
वैसे
आपको चिंता करने की ज़रूरत नही है क्योंकि ये जानवर 9 करोड़ साल पहले विलुप्त हो चुका
है। आज ये जानवर ज़िंदा होता तो शेर जैसे जानवर भी इसका शिकार बन जाते और फिर इंसान
की औकात ही क्या होती।
2. हिलिकोप्रियन। 'Helicoprion'
helicoprion |
हमारी इस एक्सटिंक्ट एनिमल्स 'extinct animals' की लिस्ट में दूसरा नाम हैं हिलीकोप्रायों, आपने लकड़ी काटने Chainsaw
को ज़रूर देखा होगा अब कल्पना कीजिये कि ये हथियार किसी बड़ी सी शार्क के मुँह में फिट
कर दिया जाए इसके बाद जो प्राणी बनेगा वो है हिलिकोप्रियन। अब आप इसकी भयानकता का अंदाज़ा
लगा सकते हैं। ये डरावने जबड़े वाली मछली अपने शिकार को बड़ी ही आसानी से चीरफाड़ सकती
थी और फिर उसके टुड़ों को बड़े मज़े के साथ खाती थी।
सभी तरह की मछलियां इसकी इस खसिययत
से डरती थी सोचिये अगर आज इसका अस्तित्व होता तो क्या आप कभी समंदर के बीच का आन्नद
ले पाते? लेकिन परिवर्तन ही प्रकृति का कभी न बदलने वाला नियम है कभी सारे समुंद्री
जीव का शिकार करने वाली ये मछली खुद प्रकृति का शिकार हो गई और आज इसका अस्तित्व ही
ख़त्म हो गया।
आज से करीब 29 करोड़ साल पहले प्रकृति ने इसका इस धरती से पूर्ण रूप से
सफाया कर दिया और आज समंदर की गहराइयों में केवल इसके अवशेष ही मिलते हैं।
3. जैजेंटोपेथिक्स। 'Gigantopithecus'
gigantopithecus |
हमारी इस एक्सटिंक्ट एनिमल्स 'extinct animals' की लिस्ट में तीसरा नाम हैं जाइगैंटोपथिकस, ये विशालकाय गोरिल्ला इतना
ताकतवर था की आज के हाथी को भी धूल चटा सकता था, एक अनुमान के मुताबिक ये जानवर ख़ुद
से 10 गुना भारी वज़न उठा सकता था और इस जीव का खुद का वज़न लगभग 550 किलोग्राम के आस
पास था और इसका कद लगभग 10 फ़ीट था ।
ये जीव मांसाहारी और शाकाहारी दोनों ही प्रकार
के भोजन पर जीवित था। जिस तरह आज शेर की प्रजाति है बिलकुल वैसे ही इस जानवर की भी
कई नस्लें थी लेकिन उन सभी में जाइगैंटोपेथिकास सबसे विशालकाय और खतरनाक था।
ऐतिहासिक
तथ्यों के अनुसार 90 लाख साल पहले इस जीव का शासन हुआ करता था मगर धीरे धीरे इनकी आबादी
घटती गई और अंत में 1 लाख साल पहले ये जानवर धरती से विलुप्त हो गए।
4. मेगालोडोन। 'Megalodon'
megalodon |
हमारी इस एक्सटिंक्ट एनिमल्स की लिस्ट में चौथा नाम हैं मेगालादों, आज आप समंदर में शार्क को
देख कर डर जाते हैं मगर इस प्राणी के बारे में जानकर आप शार्क को भूल जाएंगे। 70 फ़ीट
लंबे इस प्राणी का पानी में राज चलता था लेकिन धीरे धीरे ये भी विलुप्ति की कगार पर
पहुंचते गए और आखिर में ये आज से 25 लाख साल पहले विलुप्त हो गए।
हालांकि आज भी कुछ
लोग ऐसा मानतें हैं की आज भी समंदर के भीतर इनका अस्तित्व बरकरार है और कभी न कभी ये
समंदर से बाहर ज़रूर निकलेगी, लेकिन हमारे पास इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण सामने नही
आया है इसलिए इस बात पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल है।
मेगालोडोन उस समय के सबसे
बड़े व्हेल से भी ज़्यादा बड़ी थी।
इसके दांत 4 से 8 इंच के होते थे और इसका जबड़ा 6 से
7 फ़ीट का होता था जिसकी मदद से ये पानी में रहने वाले किसी भी तरह के जीव को सीधा निगल
सकती थी। इसका वज़न लगभग 5 टन था। शोधकर्ताओं ने बताया- ये आज के बड़े से बड़े पानी के
जहाज़ को बड़ी ही आसानी से तहस नहस कर सकती थी।
5. टाइटेनोबोआ। 'Titanoboa'
titanoboa |
हमारी इस एक्सटिंक्ट एनिमल्स की लिस्ट में पांचवा और आखरी नाम हैं टाइटनोंबोआ, आपने हॉलीवुड की फिल्मों में
एनाकोंडा तो देखा ही है और उसे फिल्मों में देख कर ही हमारी रूह काँप उठती है और आज
के अजगर को देखकर भी हम दर जाते हैं क्यूंकि उसकी पकड़ में आने के बाद किसी भी जीव के
जीवन की अंत ही समझिये।
लेकिन अब आप एक ऐसे सांप के बारे में सोचिये जो डायनासौर जैसे
प्राणी को भी न बक्शे। टाइटेनोबोआ एक ऐसा ही विशालकाय सांप था जिसकी लम्बाई 42 फ़ीट
और वज़न लगभग 1100 किलोग्राम हुआ करता था।
ये अपने शिकार को कास कर जकड लेता था और शिकार
के शरीर की हड्डियों के हज़ारों टुकड़े हो जाते थे और फिर उसे सीधा निगल लेता था। वैज्ञानिकों
का मानना है कि ये प्राणी उस समय के सबसे खतरनाक जीवों में से एक है और ये जानवर हर
तरह के जीवों का शिकार करता था।
लेकिन आज ये जीव भी प्रकृति का ऐसा शिकार हुआ की धरती
से इसके नामों निशाँ मिट गए। आज से करीब 60 करोड़ साल पहले ही ये जानवर विलुप हो चूका
है और आज हमारे पास इसके कुछ अवशेष ही मौजूद हैं।
5 विलुप्त जानवरों के नाम
- केप्ऱोसूचस। 'Kaprosuchus'
- हिलिकोप्रियन। 'Helicoprion'
- जैजेंटोपेथिक्स। 'Gigantopithecus'
- मेगालोडोन। 'Megalodon'
- टाइटेनोबोआ। 'Titanoboa'
आज इंसान भी पूरी धरती पर
राज करता है लेकिन हम इंसानों को ये बात भी समझनी होगी कि प्रकृति अपने नियम कभी नहीं
बदलती आज जो है वो कल नहीं होगा। जिस तरह किसी समय में धरती पर राज करने वाले इन जीवों
का विनाश प्रकृति ने खुद ही कर दिया था उसी तरह कभी हम इंसान भी इसका शिकार हो सकते
हैं।
लेकिन हम इंसानों ने अपने विनाश कि शुरुआत तो खुद ही कर दी है क्यूंकि हमने आज
इतने परमाणु बम बना दिए हैं कि पूरी धरती तीन सौ बार नष्ट हो सकती है।
हमने हमारी इस एक्सटिंक्ट एनिमल्स 'extinct animals' (5 विलुप्त जानवरों के नाम) की लिस्ट में उन पांच और सबसे खतरनाक जानवरों के बारे में आपको बताया हैं जो आज इस दुनिया में नहीं हैं, ये सभी जानकारियाँ हमारी धरती के इतिहास के जानकारों द्वारा इंटरनेट पर अलग अलग भाषाओँ में दी गई हैं लेकिन हमने उनका सही निचोड़ हमारी सरल हिंदी भाषा में आप तक पहुँचाने की हैं।
आपको ये जानकारी कैसी लगी है हमें नीचे कमेंट करके ज़रूर बताएं और साथ ही इसे अपने सोशल मीडिया पर शेयर भी करें।
1 Comments
Bahut badiya or bhi aise late rahiye
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