मोटर साइकल के डिस्क ब्रेक "Disc Brakes" में गोल गोल छेद क्यों होते हैं?

why there are holes in disc brakes


Disc Brake Holes: जब हम किसी भी मोटर साइकल को देखते हैं तो हमें उसके पहिये में लगे डिस्क ब्रेक को देख कर आश्चर्य होता है कि आखिर इसके ब्रेक "Disc Brake" में यह छेद क्यों होते हैं? और इसके बारे में सोचते ही मन में बड़े अतरंगी-अतरंगी ख्याल आते हैं।

जैसे कि, कुछ लोग तो यह भी कहते हैं कि जिस कंपनी ने यह ब्रेक बनाये हैं उन्होंने ब्रेक में छेद इसलिए करे ताकि मटेल काम इस्तेमाल हो और ज़्यादा से ज़्यादा ब्रेक बनाये जा सकेपर अफ़सोस उनकी यह सोच अलग तर्कपूर्ण तो है पर सच नहीं है। तो आखिर इसके पीछे का सच क्या है? मोटर साइकल के डिस्क ब्रेक में बने छोटे-छोटे गोल-गोल छेद के पीछे की कहानी जानने के लिए हमें कहानी में थोड़ा पीछे जाना होगा।

 

डिस्क ब्रेक "Disc Brakes" का आविष्कार कब कैसे हुआ?

जब दुनिया में पहली बार मेटल ब्रेक का इस्तेमाल शुरू हुआ तब ब्रेक में इस तरह के छेद नहीं हुआ करते थे बल्कि उस वक़्त मोटर साइकल के ब्रेक प्लेन हुआ करते थे, लेकिन धीरे-धीरे तेज़ चलती गाड़ियों के ब्रेक गाड़ी को रोकते वक़्त बहुत गर्म हो जाते थे और कभी-कभी ज़्यादा गर्म होने की वजह से ठीक से काम भी नहीं करते थे।


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फिर वक्त के साथ-साथ इंजीनियरिंग में सुधार करके अलग-अलग तरह के मेटल को मिक्स करके ब्रेक बनाये गए पर वो भी ज़्यादा समय तक नहीं टिक पाए। तब इंजीनीयरों के मन में सुझाव आया कि किसी तरह डिस्क ब्रेक कि प्लेट को पूरी गर्म होने से रोका जा सके तो न ही ब्रेक ख़राब होगा और न ही इसे बार-बार बदलना पड़ेगा और फिर इसी सुझाव के साथ डिस्क ब्रेक में छोटे-छोटे छेद बनाये गए जिससे ब्रेक में हवा पास होती रहती है जो ब्रेक की प्लेट को पूरी तरह गर्म होने से रोकती है और इसी तरह ब्रेक ठीक से काम करते है।


why there are holes in disc brakes

डिस्क ब्रेक "Disc Brakes" का पेटेंट और इस्तेमाल कब हुआ?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऑटोमोबाइल डिस्क ब्रेक का पेटेंट 1902 में फ्रेडरिक विलियम लैंचेस्टर ने कराया था। डिस्क ब्रेक कई प्रकार के होते हैं जिनमें से ज़्यादातर पेटेंट कराये जा चुके हैं।

1890 के दशक में इंग्लैंड में डिस्क ब्रेक का विकास शुरू हो गया था। उसके बाद सन्न 1966 में एम वी अगुस्ता (MV Agusta) नाम कि कंपनी ने पहली बार मोटर साइकल में इसका इस्तेमाल करना शुरू किया जो कि बहुत महँगी थी। फिर उसके बाद 1969 में हौंडा कंपनी ने इसी तरह के डिस्क ब्रेक का इस्तेमाल अपनी बाइक (Honda Dream CB750 Four) में करना शुरू किया और आज के समय में तो यह आम बात हो गई है।


इंटरनेट पर कुछ लोग किसी न किसी विषय पर सवाल पूछते रहते हैं और आज भी कुछ लोग डिस्क ब्रेक में गोल छेद होने का कारण जानना चाहते हैं और इसी से संबन्धित सवाल पूछते है तो आज आपको इसी से जुड़े एक सवाल का जवाब देंगे।


Why there are holes in disc brakes? disc brakes में गोल छेद क्यूँ होते हैं? 

पहिये के ब्रेक बनाने के शुरुआती दौर में जो ब्रेक बनाए जाते थी वह गाड़ी को धीमा करते वक़्त बहुत गर्म होकर पिघल कर टूट जाते थे तब इंजीनियर ने ब्रेक में गोल छेद बनाने का सुझाव दिया जिससे ब्रेक की प्लाट जल्दी गर्म न हो और पिघल कर न टूटे और इसलिए ब्रेक मे गोल छेद बनाए जाते हैं।


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हमारी इस पोस्ट में हमने आपको मोटर साइकल के डिस्क ब्रेक "Disc Brakes" में गोल गोल छेद क्यों होते हैं? के बारे में बताया हैजो आज दुनिया भर में चर्चित भी है। क्या आपको ये जानकारी पसंद आईअगर हाँ तो आप से अपने दोस्तों के साथ शेयर ज़रूर करेंऐसी ही जानकारियां हमेशा प्राप्त करने के लिए CLICK HERE!!! जुड़े रहें हमारे साथहमें फॉलो करें

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