इंजेक्शन लगाने से पहले सिरिंज में मौजूद हवा के बुलबुले निकालना ज़रूरी क्यों होता हैं?

आपने अक्सर देखा होगा जब डॉक्टर किसी मरीज़ को इंजेक्शन लगाता है तो उस सिरिंज में मौजूद हवा के बुलबुलों को निकालता हैं आखिर डॉक्टर ऐसा क्यों करता है और इसके पीछे का क्या कारण है यह जानकार आप चौंक जायेंगे।


 सिरिंज में मौजूद हवा के बुलबुलें अगर बहुत ही छोटे हुए जो हमारी रक्त वाहिकाओं में बिना फसे आगे निकल जाएँ तो किसी प्रकार की समस्या नहीं होती परन्तु परेशानी तक होती है जब इन्हीं बुलबिलों का अकार बड़ा होता है जो आगे चलकर हमारे शरीर के बहुत ही महत्वपूर्ण भाग में जाने वाली रक्त वाहिकाओं में फंस जाता है।

इसे आसानी से समझने के लिए आप हमारे शहर के सैकड़ों के नीचे बनाई गई सीवर लाइंस (जो घरों, इलाकों के गंदे पानी या बारिश के पानी को शहर से बहार निकालने में मददगार हैं) का उदाहरण ले सकते हैं, जब तक कचरा छोटा और काम होता है वो आसानी से निकल जाता है पर वही बड़ा होने पर रस्ते बंद करने लगता है और तब परेशानी होती है। और यही प्रक्रिया हमारे शरीर के भीतर रक्ष वाहिकाओं में हवा के छोटे-छोटे बुलबुलों के कारन होती है।


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एयर एम्बालिज़्म (air embolism) क्या है?

विज्ञान की भाषा में मानव शरीर की रक्त वाहिकाओं में हवा के छोटे-छोटे बुलबुलों के जमने को एयर एम्बालिज़्म (air embolism) कहा गया है जिसके कारण रक्त की आपूर्ति में रुकावट होती हैं।

डॉक्टरों द्वारा सर्जरी और अन्य चिकित्सा प्रक्रियाओं के दौरान भी ऐसी गलती से हवा की थोड़ी मात्रा रक्त परिसंचरण में मिल जाती है, लेकिन इनमें से अधिकतर वायु एम्बोली नसों में प्रवेश करती है और फेफड़ों में रुक जाती है मगर ऐसा होना बहुत ही दुर्लब है।

और अक्सर गहरे समंदर, नदियों या तालाबों में गोता लगाने वाले गोताखोर इसकी चपेट में आते हैं जिसके बाद उनमें भ्रम के लक्षण दिखाई देती हैं और एक बार जो एयर एम्बालिज़्म (air embolism) की चपेट में आ गाए तो उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगती है, सीने में दर्द होता हैं, कार्डियक अरेस्ट और कई बार मरीज़ को हार्ट अटैक भी आ जाता है।


 एयर एम्बालिज़्म (air embolism) का इलाज?

इसका इलाज घर पर करना भी संभव नहीं है, मरीज़ को तुरंत अस्पताल लेजाना ज़रूरी होता हैं। एयर एम्बालिज़्म के बाद जब कोई मरीज़ खुद से सांस नहीं ले सकता है तो फेफड़ों से हवा को अंदर और बाहर ले जाने के लिए मशीन का उपयोग करना पड़ता है। अगर आपके आसपास ऐसा किसी के साथ भी हो तो उसे तुरंत अस्पताल में ले जाएँ।

अब तो आप जान हीं गए होंगे कि डॉक्टर मरीज़ को इंजेक्शन लगाने से पहले सिरिंज में मौजूद हवा के बुलबुलों को क्यों निकालता हैं। उम्मीद है यह जानकारी आपके काम कि रही होगी।


हमारी इस पोस्ट में हमने इंजेक्शन लगाने से पहले सिरिंज में मौजूद हवा के बुलबुले निकालना ज़रूरी क्यों होता हैं? के बारे में बताया हैजो आज दुनिया भर में चर्चित भी है। क्या आपको ये जानकारी पसंद आईअगर हाँ तो आप से अपने दोस्तों के साथ शेयर ज़रूर करेंऐसी ही जानकारियां हमेशा प्राप्त करने के लिए CLICK HERE!!! जुड़े रहें हमारे साथहमें फॉलो करें @instagram, @facebook, @twitter, @pinterest और अगर आप हमारी विडियो हिन्दी में देखना चाहते हैं तो  क्लिक करें और हमारे यूट्यूब चैनल 'Universal हिन्दी Facts' पर जाएँ।

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